प्रिय विद्यार्थियों, कर्मचारियों एवं अभिभावकों:
पावन रोहिणी एवं राप्ती तट पर स्थित गोरखपुर ने परम पूज्य गुरु गोरक्षनाथ के योग-दर्शन एवं' भाई जी' (स्व० हनुमान प्रसाद पोद्दार) के भारतीय धर्म-दर्शन के प्रवाह को सम्पूर्ण जगत में आलोकित करने का पुनीत कार्य किया है। शैक्षिक उत्थान के द्वारा जन-जागरण एवं राष्ट्र उत्थान का ध्येय लिए शैक्षिक दृष्टि से अति पिछड़े पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा एवं शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थानों के स्थापना हेतु संकल्पित राम गुलाम राय राजा देवी चैरिटेबुल ट्रस्ट, गोरखपुर के द्वारा महानगर से सटे ग्रामीण अंचल में राम गुलाम राय शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय, गोरखपुर की स्थापना की गई है।
शिक्षण-प्रशिक्षण के क्षेत्र में हो रहे नित नये प्रयोगों, प्रविधियों एवं गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के लिए महाविद्यालय कटिबद्ध है। जीवन मूल्यों में हो रहे क्षरण एवं सामाजिक क्षेत्रों में निरन्तर गिरावट आज हमारे लिए सर्वाधिक चिन्तन का विषय है कि हम सभी ऐसे वातावरण का सृजन करें, जहाँ शिक्षा मात्र धनोपार्जन का साधन न हो अपितु मानवीय मूल्यों के निर्माण में महत्त्वपूर्ण योगदान दे ताकि शिक्षक एवं शिक्षार्थी समाज में व्याप्त मूल्यहीनता के संकट से निपटने के साथ ही आध्यात्मिकता से ओत-प्रोत मूल्यपरक शैक्षिक संरचना का विकास कर सकें।
शैक्षिक परिसरों में बढ़ती अराजकता एवं मानवीय मूल्यों के ह्रास के फलस्वरूप आज युवा वर्ग भटकाव के घातक दौर से गुजर रहा है। वर्तमान परिस्थिति में आवश्यकता है कि युवा वर्ग को नैराश्य से सृजन के तरफ आकर्षित करने हेतु सभी महत्त्वपूर्ण कदम उठाये जायें। हम सभी ईश्वर के आशीर्वाद से संकल्पित है कि महाविद्यालय उपरोक्त ध्येय प्राप्ति के लिए निरन्तर तत्पर रहेगा तथा अपने सामाजिक दायित्वों का सम्यक निर्वहन करेगा, जिससे राष्ट्र एवं समाज के उत्थान में यह संस्था सहभागी बन सकें।
(प्रभात कुमार राय)